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abdulurdu-e-shayari |
मैंने भी खुद को तबाह कर लिया
प्यार वयार की चक्कर में पड कर
लोगो ने तो था बहुत समझाया
लेकिन तब समझा जब लगी ठोकर -
दिल क्या लगाया तुझ से
दिल का करार ही लुट गया
एक तुझ से प्यार क्या हुआ
सब का प्यार ही लुट गया
कुछ न बचा सब कुछ खो गया
इश्क के नशे में चढ़ कर -
मै ने भी खुद ----------
मेरी भी एक तमनना थी
मुझे भी तेरा प्यार मिलता
साथ जीते साथ मरते
ऐसा एक हुसन-यार मिलता
मगर उसने दिल तोड़ दिया
साथ मेरा छोड़ कर
मैं ने भी खुद ---------
क्या पता था क्या खबर थी
इस बेचारे दिल को
टूट कर बिखर जायगा
कोई न समझेगा मुश्किल को
अब देख लिया न
उस पत्थर दिल पर मर कर
मै ने भी खुद -----------