Diwaana दीवाना
जिस दिन से देखा तुझ को
उफ़ यह क्या हो गया मुझ को
जलवा अपना दिखा कर मुझ को
अपना दीवाना बना लिया मुझ को
क्या खूबयह जो तेरा चहेरा है
मेरे निगाहों में जो ठहरा है
दिल में भी उसी का बसेरा है
खुश नसीब हु वह दिल मेरा है
अब सिर्फ जरूरत है तेरी मुझ को
जिस दिन से ---------
दिन गुजरा तो रात कटती नही
मेरे दिल की बेचैनी घटती नही
निगह मिली तो नजर हटती नही
क्या करू तुम कियु कुछ कहेती नहीं
अपना यह हाल सुनाऊ किस को
जिस दिन से -------
खड़े है हम तेरी राहो में
आ जाओ तुम मेरी बाहों में
डूबे हो तुम किस खयालो में
बसा लो मुझ को अपनी सासों में
अब तो न तडपाओ तुम मुझ को
जिस दिन से --------
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